Bharatiya Sakshya Adhiniyam,(Evidence Act) 2023

AIBE Previous Year Question Papers PDF | All India Bar Exam (With Answers)

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हेतु, तैयारी और आचरण (Motive, Preparation and Conduct)

हेतु, तैयारी और आचरण (Motive, Preparation and Conduct):- धारा 6 के अनुसार कोई भी तथ्य सुरांगत है जो किसी विवाद्यक तथ्य या सुसंगत तथ्य का हेतु या तैयारी दर्शित करता है। किसी वाद या मामले के किसी पक्षकार के अभिकर्ता का विवाद्यक तथ्य या सुसंगत तथ्य के बारे मे और किसी ऐसे व्यक्ति का आचरण

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अवसर, हेतुक और परिणाम (Occasion, Cause and Effect)

अवसर, हेतुक और परिणाम (Occasion, Cause and Effect) :- धारा 5 के अनुसार वे तथ्य सुसंगत हैं जो सुसंगत तथ्यों या विवाद्यक तथ्यों के प्रसंग, हेतुक या परिणाम हैं या जो उस स्थिति को गठित करते हैं जिसमें वे घटित हुए या जिसने उनके घटित होने का अवसर दिया।सरल अर्थ :-वे तथ्य सुसंगत (relevant) माने

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Doctrine Of Res-geste ?

रेस जेस्टे का सिद्धांत (Doctrine of Res-geste) अन्यत्र उपस्थिति का सिध्दांत। भारतीय साक्ष्य अधिनियम की धारा 4 इस सम्बंध में प्रावधान करती है। जिसे एक ही संव्यवहार के भाग होने वाले तथ्यों की सुसंगति कहा गया है। धारा 4 के अनुसार जो तथ्य विवाद्यक ना होते हुए भी किसी विवाद्यक तथ्य या सुसंगत तथ्य से

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भारतीय साक्ष्य अधिनियम में तथ्यों की सुसंगता?

तथ्यों की सुसंगति (Relevancy of fact), भारतीय साक्ष्य अधिनियम की धारा 3 के अनुसार किसी भी वाद या मामले या कार्यवाही में विवाद्यक तथ्यों और सुसंगत तथ्यों का ही साक्ष्य दिया जा सकता है। स्पष्टीकरण – यह धारा किसी व्यक्ति को ऐसे तथ्य का साक्ष्य देने के लिए योग्य नहीं बनाएगी जिससे सिविल प्रक्रिया से

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परिस्थितिजन्य साक्ष्य किसे कहते हैं उदाहरण व महत्वपूर्ण सम्बंधित वाद ?

पारिस्थितिक साक्ष्य Circumstancial evidence) जब किसी तथ्य को साबित करने के लिए प्रत्यक्ष साक्ष्य (Direct evidence) उपलब्ध नहीं होता तो ऐसी अवस्था में कुछ परिस्थितियों का सहारा लिया जाता है। ये परिस्थितियों घटना के इर्द-गिर्द घूमने वाले तथ्य या सबूत होती है जिनका अवलोकन करने से यह पता चलता है कि यह घटना असल में

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भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023: उपाधारणा का अर्थ, प्रकार और तथ्य व विधि की उपधारणा में अंतर?

उपधारणा (Presumption) उपधारणा का अर्थ (Meaning of presumption) – उपधारणा एक तथ्य का अनुमान है जो किन्ही अन्य जाने हुए या साबित किए हुए तथ्यों से निकाला जाता है। यह विधि का एक नियम है जो न्यायालय को एक तथ्य से कोई अनुमान लगाने का अधिकार देती है। उदाहरण– हम देखते है कि किसी जगह

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Definition Under Bharatiya Sakshya Adhiniyam 2023

Definition (Section-2) (a) ‘Court‘ includes all Judges and Magistrates, and all persons, except arbitrators, legally authorised to take evidence;” Definition in Simple Words:- The term “Court” means:- All Judges All Magistrates And any person who is legally authorized to take evidence(But it does NOT include arbitrators) Example for Understanding:- Imagine there is a theft case.

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Difference in the Application of Evidence Between Criminal Law and Civil Law ?

Answer:Under the Bharatiya Sakshya Adhiniyam, the general rules of evidence apply to both criminal and civil proceedings. However, certain specific provisions apply exclusively to civil proceedings, and some apply exclusively to criminal proceedings. Criminal jurisprudence lays down certain principles that create significant differences in the application of the law of evidence between civil and criminal

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भारतीय साक्ष्य अधिनियम का संक्षिप्त नाम, लागू होना और प्रारम्भ?

भाग-1, अध्याय-1, प्रारंभिक (Preliminary) धारा 1- संक्षिप्त नाम लागू होना और प्रारंभ संक्षिप्त नाम- भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023 है।सरल भाषा में:इस कानून का नाम भारतीय साक्ष्य अधिनियम, 2023 है।यह पूरे भारत में लागू होगा (जैसा सरकार तय करे) और सरकार द्वारा तय की गई तारीख से लागू होगा। उदाहरण:मान लीजिए सरकार 1 जनवरी 2024 को

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