Conception Origin And Devlopment Of Muslim And islamic Law? मुस्लिम कानून की अवधारणा उद्भव और विकास कैसे हुआ इस्लाम का उदय?

:-मुस्लिम विधि का सम्बोध:- -मुसलमानों की विधि दैवी प्रकाशन (revelation) पर आधारित है और उनके धर्म से मिश्रित है। सर अब्दुर्रहीम के शब्दों में “हुकुम वह है जो अल्लाह के पैगाम (खिताब) के द्वारा, इन्सान के क्रियाकलाप के सन्दर्भ में मांग या उदासीनता जाहिर करते हुए या मात्र घोषणात्मक (Declaratory) रूप में कायम किया गया […]

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मुस्लिम-विधि की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि इस्लाम और मुसलमान कुरान?Historical Background Of Muslim Law?

1. मुस्लिम विधि का आधार:- मुस्लिम-विधि ‘अल कुरान’ पर आधारित है, जिसका अस्तित्व मुसलमान आदिकाल से अल्लाह की सत्ता में मानते हैं तथा इसे मानव के समक्ष प्रस्तुत करने वाले मुहम्मद साहब को ‘रसूल अल्लाह’ अर्थात् अल्लाह का दूत (Messenger of God) मानते हैं। इसकी आयतें, जो इन्सान को उनके अन्तिम पैगम्बर (पैगम्बर मोहम्मद) के

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Hindu Marriage Act 1955 Section 24-25 Maintenance हिन्दू विवाह अधिनियम भरण पोषण

:-Section 24:-Maintenance pendente lite and expenses of proceedings- Where in any proceeding under this Act it appears to the court that either the wife or the husband, as the case may be, has no independent income sufficient for her or his support and the necessary expenses of the proceeding, it may, on the application of

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संविदा से आप क्या समझते हैं? विधि मान्य संविदा के आवश्यक तत्वों का उल्लेख कीजिए? What is contact

:-भारतीय संविदा अधिनियम, 1872 की धारा 2 (ज) में ‘संविदा’ की परिभाषा दी गई है। इसके अनुसार – “वह करार जो विधितः प्रवर्तनीय हो, संविदा है।” [An agreement enforceable by law is a contract. ] सरल शब्दों में यह कहा जा सकता है कि विधि द्वारा प्रवर्तनीय करार संविदा है। विभिन्न विधिवेत्ताओं ने संविदा की

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भारत शासन अधिनियम 1958

हमारे वर्तमान प्रयोजनों के लिए हमें 1858 से पीछे जाने की आवश्यकता नहीं है। इस भारत शासन अधिनियम, वर्ष ब्रिटिश सम्राट ने भारत की प्रभुसत्ता ईस्ट इंडिया कंपनी से 1858 लेकर अपने में निहित कर ली थी और ब्रिटिश पार्लियामेंट ने ब्रिटेन की सरकार द्वारा सीधे शासन चलाने के लिए भारत के शासन का पहला

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अपकृत्य क्या है अपकृत्य की परिभाषा दीजिए और इसके आवश्यक तत्व बताये?What is tort? Define tort and explain its essential elements.Law Of Torts

विधि के अन्तर्गत व्यक्ति को कई विधिक अधिकार प्रदान किये गये है। साथ ही इन अधिकारों के संरक्षण के लिए उपचार भी उपलब्ध कराये गये है। उपचार विहीन अधिकार अर्थहीन होते है। इसीलिये कहा जाता है कि “जहाँ अधिकार है वहाँ उपचार है” (Ubi jus ibi remedium) । जब किसी व्यक्ति के अधिकारों का उल्लंघन

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भारतीय संविधान की प्रमुख विशेषताओ का उल्लेख करें Salient features of the Indian Constitution?

:-भारत का संविधान एक पवित्र दस्तावेज है। इसमें विश्व के प्रमुख संविधानों की विशेषतायें समाहित हैं। यह संविधान निर्मात्री सभा के 2 वर्ष 11 माह 18 दिन के सतत् प्रयत्न, अध्ययन, विचार-विमर्श, चिन्तन एवं परिश्रम का निचोड़ है। इसे 26 जनवरी, 1950 को सम्पूर्ण भारत पर लागू किया गया। :-भारत के संविधान की प्रमुख विशेषताएँ

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Hindu Marriage Act Divorce Grounds Available To Both Parties Husband And Wife?पति एवं पत्नी दोनों पक्षकारों को उपलब्ध आधार?

Hindu Marriage Act divorce grounds available to both parties husband and wife :-पति एवं पत्नी दोनों पक्षकारों को उपलब्ध आधार-हिन्दू विवाह अधिनियम, 1955 की धारा 13 (1) में उन आधारों का उल्लेख किया गया है जिन पर पति एवं पत्नी दोनों में से किसी के भी द्वारा विवाह-विच्छेद की याचिका प्रस्तुत की जा सकती है।

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Divorce by Mutual Consent in Hindu marriage act ?पारस्परिक सम्मति के आधार पर विवाह-विच्छेद

हिंदू मैरिज एक्ट में पारस्परिक सम्मति के आधार पर विवाह-विच्छेद :-हिन्दू विवाह (संशोधन) अधिनियम, 1976 द्वारा हिन्दू विवाह अधिनियम, 1955 में एक नई धारा 13 ख जोड़कर पारस्परिक सम्पति (mutual consent) के आधार पर विवाह विच्छेद की व्यवस्था की गई है। इसके अनुसार विवाह में के दोनों पक्षकारों द्वारा पारस्परिक सम्मति के आधार पर विवाह

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हिंदू मैरिज एक्ट में पत्नी किन आधारों पर तलाक ले सकती हैं?On what grounds can a wife take divorce under the Hindu Marriage Act?

:- एकमात्र पत्नी को उपलब्ध आधार :-अधिनियम की धारा 13 (2) में उन आधारों का उल्लेख किया गया है। जिन पर केवल पत्नी द्वारा ही विवाह विच्छेद की याचिका प्रस्तुत की जा सकती है। यह आधार निम्नलिखित है- (i) जब हिन्दू विवाह अधिनियम के प्रारम्भ के पूर्व अनुष्ठापित विवाह की दशा में पति ने ऐसे

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