दांपत्य अधिकारों का पुनर्स्थापना?
जब विवाह का एक पक्षकार दूसरे पक्षकार के साथ रहने से इनकार करता है तो वह पक्षकार दूसरे पक्षकार को साथ रहने के लिए बाध्य कर सकता है। पीड़ित पक्षकार न्यायालय में दांपत्य अधिकारों के प्रत्यास्थापन का वाद दायर कर सकता है। प्रत्यास्थापन की डिक्री का मतलब है न्यायालय दोषी पक्षकार को निर्दोष पक्षकार के […]
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